> दोक्दो के ऊपर कोरिया की स्थति > सरकार का बयान
1. 12 फरवरी को जापानी संसद में विदेशी मामलों पर अपने संबोधन के दौरान जापान के विदेश मंत्री फुमियो किशिदा ने एक बार फिर दोक्दो पर अनुचित दावें किये हैं जो कि स्पष्ट रूप से यह दिखाती है कि जापानी सरकार अभी भी अपनी साम्राज्यवादी युग के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप पर आक्रमण के जापान के इतिहास पर पछताने में विफल रही है।
2. वर्ष 2015 जापानी औपनिवेशिक शासन से कोरियाई प्रायद्वीप की मुक्ति की 70 वीं और कोरिया और जापान के राजनयिक संबंधों गणराज्य के सामान्यीकरण की 50 वीं वर्षगांठ है। अपने अतीत के गलत कामों के लिए ईमानदारी से पश्चाताप के आधार पर कोरिया गणराज्य और जापान के संबंधों में एक नए भविष्य की ओर प्रयास करने के समय, इस तरह के प्रतिगामी कार्यों की पुनरावृत्ति के लिए जापानी सरकार को कोरिया गणराज्य की सरकार ने कड़ी चेतावनी दी है। साथ हैं इसे पूर्वोत्तर एशिया में शांति, स्थिरता और सह-समृद्धि के लिए प्रयास का उल्लंघन बताया है।
3. कोरिया गणराज्य की सरकार दोक्दो, जो कि ऐतिहासिक, भौगोलिक और अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार कोरियाई प्रायद्वीप का एक अभिन्न हिस्सा है, पर जापानी सरकार के किसी भी उकसावे (भड़कावे) का सख्ती से जवाब देगा।