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दोक्दो के बारे में हमारा मौलिक दृष्टिकोण

Dokdo, Beautiful Island of Korea

सरकार का बयान

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता और जनसंपर्क के उपमंत्री टोक्यो रैली , दोक्दो के ऊपर उकसाने की कृत्य की एक और घटना के ऊपर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की टिप्पणी (५ जून २०१४)

1. एक रैली की श्रृंखला में जिसकी शुरुआत २०१२ में हुई थी, जापान के राष्ट्रवादी राजनीतिज्ञों ने दोक्दो के ऊपर अपने तथ्यहीन अधिपत्य दुहराने के लिए एक दूसरा टोक्यो रैली का आयोजन किया ये कहते हुए की दोक्दो जापान का अभिन्न भाग है l इतना हीं नहीं जापान सरकार ने अपने उच्य स्तर के अधिकारीयों को रैली में भेजकर दोक्दो के ऊपर अपने उकसाने वाली कुकृत्य को एक बार फिर से दुहराया है l

 

2. कोरियाई प्रायद्वीप में जापान के साम्राज्यवादी आक्रमण और प्रबल उपनिवेशवाद का दोक्दो  सबसे पहला शिकार बना था l उस तरह के ऐतिहासिक तथ्य जिसे नकारा नहीं जा सकता होने के बावजूद, क्या जापान सरकार को इस क्षेत्र पर इस तरह के उकसाने वाली प्रवृर्ति को जारी रखना चाहिए ? पिछले समय में अपने किये गए कुकृत्य के लिए जापान के माफी और आत्मग्लानी के साथ-साथ उसके तथाकथित शांति के लिए सक्रिय योगदान को  अंतर्राष्ट्रीय जगत/समुदाय में कोई भी स्वीकार नहीं करेगा l

 

3. पिछले शताब्दी में जापान ने अपने पड़ोसी देशों को जो अकथनीय क्षति और दर्द दिया है उसके लिए जापान सरकार को दिल से शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए और दोक्दो के ऊपर अपने तथ्यहीन अधिकार जताने के कुकृत्य को रोकना चाहिए l यदि जापान ऐसा करने में असफल होता है तो पड़ोसी मुल्क का जापान के ऊपर अविश्वास और गहराएगा और कोरिया और जापान के संबंधों में शायद हीं कोई प्रगति देखने को मिलेगा l

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